tag:blogger.com,1999:blog-6393277470621602976.post3949456055507706969..comments2023-03-24T06:13:16.439-07:00Comments on रजनीश...शब्द ही मेरी ज़िंदगी है........: जाति क्या है ?Rajnish BaBa Mehta http://www.blogger.com/profile/00378301988788487920noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6393277470621602976.post-28109493671968348242008-11-08T00:04:00.000-08:002008-11-08T00:04:00.000-08:00"जाति"... हिंदुस्तान की सबसे बड़ी दुविधा ही जाति ह..."जाति"... हिंदुस्तान की सबसे बड़ी दुविधा ही जाति है। खैर सिर्फ एक पंक्ति में तुमने काफ़ी बड़ी बात समेट दी कि "जो जाती नहीं वो जाति है"...<BR/>एक और बात... जाति के साथ जीना कोई बुरी बात नहीं सिर्फ ये ध्यान रहे कि किसी तरह की कट्टरता से न बंध जाएं।Meenakshi Kandwalhttps://www.blogger.com/profile/03328636440950300322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6393277470621602976.post-17606678578904131092008-10-24T14:30:00.000-07:002008-10-24T14:30:00.000-07:00मैं नही जानता कि आप का ' जाति ' चिंतन वास्तव में...मैं नही जानता कि आप का ' जाति ' चिंतन वास्तव में एक गंभीर चिंतन था ,या मात्र बैठे ठाले कि जुगाली थी ? फ़िर भी मैं जो जानता हूँ उसके आधार पर बता रहा हूँ कि " जाति " शब्द संस्कृत के " ज्ञाति " शब्द का ही प्रकृत या अपभ्रंश है | इसका भावार्थ है कि एक ही वंशावली के लोगों का परस्पर एक दूसरे का ज्ञान होना और उन्हें ही सामूहिक रूप से 'ज्ञाति ' बाद में जाति कहा गया ] वर्ण व्यवस्था में गोत्र से वर्गी करण किया जाता था उसके पीछे ठोस <BR/>एवं व्यवहारिक कारण थे उप गोत्र उत्पति का क्षेत्र बताता है | यूनानियों से रब्त-जब्त बदने के साथ -साथ ही लोग अपनी bवंशावली के आधार पर अपनी पहचान बताने लगे ,क्यों कि ,यूनानी लोगों के समाज म कुल गोत्र कि अवधारणा नही ||<BR/> <A HREF="http://anyonasti-kaalchakra.blogspot.com" REL="nofollow"> "कालचक्र"</A> <BR/><BR/><A HREF="http://anyonasti-chaupaal.blogspot.com" REL="nofollow"> चौपाल </A><BR/><BR/><A HREF="http://anyonasti-jharokhaa.blogspot.com" REL="nofollow"> "झरोखा "</A> <BR/><BR/><BR/><A HREF="http://anyonasti-kabeeraa.blogspot.com" REL="nofollow"> "कबीरा" </A>'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.com